हज़रत गु़फ़रान मआब की स्मृति में संगोष्ठी एवं शोक सभा
लखनऊ 31 जनवरी : दिलदार अली गुफ़रान मआब फाउंडेशन के तत्वावधान में हज़रत गुफ़रान मआब का स्वर्गवास 19 रजब 1235 को हुआ था उनके ेजीवन और उपलब्धियों पर एक सेमिनार और स्मारक सेवा का आयोजन हुसैनिया जन्नत मआब सैयद तकी साहब, अकबरी गेट, लखनऊ में किया गया, जिसकी अध्यक्षता आयतुल्लाह हमीदुल हसन ने की। कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना ज़फ़र अब्बास कशमीरी ने पवित्र कुरान की तिलावत से की। मौलाना शरर नकवी ने सेमिनार और शोक सभा की व्यवस्था का दायित्व निभाया। मौलाना साएम मेहदी ने उद्घाटन भाषण देते हुए इज्तेहाद परिवार की सेवाओं का उल्लेख किया। श्री सीस्तानी के वकील, हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद अशरफ ग़रवी ने अपने लेख में कहा कि हज़रत गु़फ़रान मआब ने अख़बारवाद और सूफ़ीवाद के खि़लाफ़ जिहाद छेड़ा और शियावाद को इन दोनों से शुद्ध किया ताकि कोई भी सच्चाई छुप न सके और कोई भी असत्य में प्रवेश कर न सकेंगे उन्होंने साहब जवाहर के लिखे पत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से अतीत में भारत की धार्मिक सेवाएं की जाती थीं, ईश्वर जल्द से जल्द उन दिनों को लौटाए ताकि भारत का लखनऊ शहर फिर से नजफे हिन्द बन जाए और मौलाना मुस्तफा अल...