मुख्‍तार अंसारी ने बेटे को राजनीति में किया लांच, अब्‍बास अंसारी ने किया नामांकन


मऊ। विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच एक बड़ी खबर आई है। जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी  इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। दशकों बाद ऐसा पहली बार होगा जब मऊ से विधायक मुख्तार अंसारी इस बार खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे।

          मऊ सीट की सियासी विरासत अब मुख्तार अंसारी ने अपने बेटे अब्बास अंसारी को सौंप दी है। जिस मऊ सदर सीट से पिता लगातार पांच बार विधायक रहे, अब वहीं से इस बार बेटे अब्बास अपनी किस्मत आजमाएंगे। 

      दरअसलस, मुख्तार अंसारी को कोर्ट ने नॉमिनेशन फाइल करने की भी इजाजत दे दी थी, मगर अब खबर है कि वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि मऊ सदर सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर अपने बेटे अब्बास अंसारी को लड़वाएंगे। ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के टिकट पर अब्बास अंसारी ने आज यानी सोमवार को नामांकन भी भर दिया।

        बता दें कि मऊ सीट से मुख्तार अंसारी लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं. दरअसल, बीते दिनों नामांकन की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए विशेष न्यायालय एमपी एमएलए कोर्ट ने आदेश पारित किया था और यूपी चुनाव के लिए नामांकन की औपचारिकताओं को पूरी करने के लिए मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता, प्रस्तावकों, नोटरी अधिवक्ता एवं फोटोग्राफरों को बांदा जेल में जाने की अनुमति दी थी।

     मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता दरोगा सिंह ने कोर्ट में अर्जी दी थी, जिसमें उल्लेख किया गया था कि मऊ की सदर विधानसभा से मुख्तार अंसारी विधायक हैं और विधानसभा 2022 में इसी विधानसभा सीट से नामांकन करना चाहते हैं। इतना ही नहीं, मुख्तार अंसारी को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की ओर से प्रत्याशी तक घोषित कर दिया गया था। मुख्तार अंसारी के सबसे बड़े बेटे अब्बास की उम्र करीब 29 साल है और पिछले कुछ वर्षों से राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं। अब्बास शूटिंग चैंपियन भी रह चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में कई मेडल भी अपने नाम किए हैं।

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