मोहर्रम की गाइड लाइन में गलत भाषा इस्तमाल किए जाने पर शिया बिरादरी में रोष
डी जी पी साहब को माफी मांगनी होगी मौलाना शरर नक़वी प्रदेश उपाध्यक्ष आम आदमी पार्टी!
लखनऊ ।लखनऊ आम आदमी पार्टी प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना शरर नकवी ने डी जी पी द्वारा जारी की गई गाइडलाइन में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि डी जी पी साहब को अपने इस गैर जिम्मेदाराना बयानों के लिए माफी मांगनी होगी उन्होंने कहा कि मोहर्रम मजलूम की आवाज का नाम है मोहर्रम इंसानियत की मिसाल है इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने अपना घर बार लुटा कर कर्बला में इंसानियत को बचाया था उन्होंने कहा कि डी जी पी द्वारा आरोप लगाए गए हैं कि मोहर्रम में असामाजिक तत्व लोग शामिल होते हैं उन्होंने कहा कि डीजीपी साहब ने आगे लिखा है कि मोहर्रम के जुलूसौ में यौन अपराध जैसी घटनाओं को बढ़ावा दिया जाता है उन्होंने कहा की मोहर्रम में तबर्रा पढ़ा जाता है जिस का विरोध करते हुए मौलाना शरर नकवी ने कहा कि यह सब बे बुनियाद बयान हैं मोहर्रम खुशी का त्यौहार नहीं बल्कि गम का महीना है मोहर्रम में किसी के दिल को ठेस पहुंचाने के लिए जुलूस नहीं निकाले जाते हैं बल्कि इंसानियत को बचाने वाले इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की याद में जुलूस निकाले जाते हैं मोहर्रम आतंकवाद के खिलाफ एहतेजाज का नाम है मोहर्रम हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई भाईचारे का नाम है इमाम हुसैन ने हिंदुस्तान आने की ख्वाहिश की थी अगर उसी हिंदुस्तान से इस तरह की भाषा का मोहर्रम के लिए उपयोग किया जाए तो यह बहुत शर्म की बात है उन्होंने कहा कि हम डीजीपी साहब की गाइड लाइन का विरोध करते हैं और अपनी इस गाइडलाइन को लेकर डी जी पी साहब को माफी मांगनी होगी !

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