प्रताड़ना से तंग सीआरपीएफ जवान पुल से गंगा में कूदा
वाराणसी में सोमवार को राजघाट पुल से सीआरपीएफ का एक जवान गंगा में कूद गया। नदी में मौजूद मल्लाहों ने तत्काल उसे बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जवान को पहले लालबहादुर शास्त्री चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां से बीएचयू ट्रामा सेंटर भेज दिया गया। जवान चंदौली के साहूपुरी कैंप में तैनात है। घटना के वक्त वह ड्यटी से लौट रहा था। उसके पिता ने बटालियन के हवलदार मेजर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इससे तंग आकर उनके बेटे ने ऐसा कदम उठाया है। हालांकि कैंप कमांडेंट ने आरोपों को खारिज कर दिया है। चौबेपुर थाना क्षेत्र के चम्बा निवासी 38 वर्षीय अविनाश सिंह साहूपुरी सीआरपीएफ कैंप में कांस्टेबल है। उसका परिवार गांव में रहता है। जवान के पिता शमशेर बहादुर ने बताया कि अविनाश शनिवार की शाम को ड्यूटी करके गांव आता है और सोमवार की सुबह ड्यूटी पर चला जाता है। सोमवार की सुबह वह ड्यूटी पर गया और कैम्प से लौटते समय गंगा में कूद गया।
पिता का आरोप है कि अविनाश की बटालियन का हवलदार मेजर लगातार प्रताड़ित करता है। वह बार बार उसे निलम्बित कराने की धमकी देता है, जिससे परेशान होकर बेटे ने गंगा में छलांग लगाई। उन्होंने बताया कि गंगा में कूदने की जानकारी होने पर सीआरपीएफ के अधिकारी आए और इलाज का पूरा खर्च उठाने को कहा। लेकिन बाद में फोन कर कहा कि रुपये खर्च कर दीजिये बाद में भुगतान हो जाएगा। पूरे मामले में सीआरपीएफ कमांडेंट राजीव कुमार चौधरी ने प्रताड़ना के आरोपों को खारिज किया। उनका कहना था कि अविनाश मेरे ही ऑफिस में रहता है और कभी भी ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है। अब पिता ऐसा क्यों कह रहे हैं इसके बारे में जानकारी नहीं है।
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